आज के एपिसोड में देखते है की जयंत और जानवी ईशा के घर पर खाना खाना नही छाते है, इस बात पर भागते और ईशा दोनो उससे पूछते है की तुम दोनो को क्या परेशानी है। ईशा बोलती है की मुझे। याद गई की अभी ठक्कर परिवार के सभी लोग बोल रहे थे की उन्हें बहु हंटेजी से भूख लगी थी, और अभी क्या हो गया की यह दोनो इनके घर खाना नही खाने को बोल रहे है।
भाग्यारी के पूछने पर जयंत बताता है की ईशा के लोग मराठी है और वह लोग लोग मंशाहरी है, और हम लोग शाकाहारी है तो इसलिए हम ईशा के घर पर खाना नही खा सकते है। आगे देखते है को ईशा और सावे दोनो समझते है की हमे यह पहले से पता था हमने सब सही किया है, आप लोग अच्छे से खा सकते है। इधर रजत अपने कर्मचारी से बोलता है की वह जल्दी ही ऑफिस आरा है तो वह जल्दी से मिटिंग की तैयारी करे। तभी देखते है की राजू रजत को फोन करता है और वह उसको बोलता है की वह जल्दी से घर आ जाए।
रजत राजू को बोलता है की उसकी बहुत ही इंपोर्टेंट मीटिंग है तो वह आ नही सकता हैं राजू रजत को क्लास देने लगता है की उसको आना ही होगा। अंत में राजू की बात को मानकर राजू की बात सुनकर रजत को आना ही पड़ता है। इधर देखते है की सभी लोग जानती और उसकी आदमी को समझते है की वह लोग यह पर खा सकते है। सभी लोग साथ बैठकर खाना खाने जाते है। राजू रजत को लेकर आता है। सावे और रजत के साथ दो पल बिताए है। आगे डकेहते है की पंडित जी रजत और सावे के परिवार वाले से बोलता है की अगर आप लोगो की कोई शर्त हो इस शादी को लेकर तो आप लोग अभि बता दे।
भाग्यारी बोलती है की मेरा बेटा रजत अच्छा कमाता है तो मुझे कोई शर्त नहीं रखनी है। यह पर ईशा बोलती है किन मेरी शर्त है। ईशा बोलती है की मेरी शर्त है की सावे शादी के बाद भी पढ़ा सके। राहत और उसके परिवार वाले को शर्त को मान लेते है। दूसरी शर्त ईशा रक्षित है की सावे का सपना है की वह आईएस की तैयारी करे, क्योंकि यह सावे का सपना है। इस शर्त को भी राहत के परिवार वाले मान खाते है। आगे देखते है को पंडित जी सगाई की रस्म को आगे बढ़ाते है।
इधर देखते है को आयशा रजत और सावे के लिए अंगूठी बनाती है उसके पास शिक्षक आता है वह पूछता है की उसने क्या तैयार किया है आयशा अंगूठी दिखाती है जो उसने रजत के लिए बनाई होती है। आयशा सीक्षक से कहती है की वह मेरे पिता रजत को बुलाए। शिक्षक रजत को ओहि करता है और वह रजत की बुलाता है। रजत आता है जिसको देखकर आयशा खुश हो जाती है।
सयशा ढेर को गिफ्ट देने वाली होती है तभि न्वा पर आशिका आ जाति है और वह रजत को दायक से मिलने मनु देखते है।आशिका बोलती है तुम्हे आयशा से मिलने से पहले मुझसे पुछलना पड़ेगा, अगर आयशा से मिलना है तो तुम्हे इस केश को जितना होगा। आशिका सेशन को अपने saht लेकर चली जाती है। रजत यह कसम खाता है की वह आयशा की कस्टडी लेकर रहेगा। आज का एपिसोड खत्म हो जाता है। आगे आने वाले एपिसोड में देखते गई की रजत और सावे अपनी अंगूठी भूल जाते है तब आयशा रजत और सावे को धागे देती है जिसको बढ़कर सगाई पूरी कर लेते है।